मनसा जिला प्रशासन(डीसी) ने Pearls(PACL) समूह से संबंधित भूमि के (नामांतरण )यानि कि दाखिल-ख़ारिज के 12 मामलों को रद्द कर दिया
इससे यह संभावना बढ़ जाती है कि कंपनी में ठगे गए निवेशकों को भुगतान करने के लिए इस भूमि का बाद में निपटान किया जा सकता है
रिकॉर्ड बताते हैं कि मनसा जिले में पर्ल ग्रुप के पास 360 एकड़ जमीन है।उसकी समूह कंपनी पर्ल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड इसका मालिक है।जमीन के 12 टुकड़ों का या भूमि का दाखिल-ख़ारिज को रोक दिया है !
इससे यह संभावना बढ़ जाती है कि इस जमीन को बाद में ठगे गए निवेशकों को भुगतान करने के लिए निपटाया(बेचा) जा सकता है।
जिला बुढलाडा में आठ और बरेता में चार म्यूटेशन(ख़ारिज-दाखिल ) रद्द कर दिए गए हैं !
प्रशासन की कार्रवाई 2 फरवरी के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में भी है!
PACL समूह से संबंधित भूमि की बिक्री पर रोक लगाने का आदेश देना। हालांकि, बेईमान अधिकारियों ने धोखाधड़ी के साधनों का उपयोग करके इस जमीन को आगे बेचने में कामयाबी हासिल की था !
बुढलाडा एसडीएम, आदित्य डेकलवाल के द्वारा भी जांच शुरू की गई है !
उच्चतम न्यायालय के स्टे के बावजूद इन लेनदेन को करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाई तय करना !
डिप्टी कमिश्नर आपनीत रियात ने कहा, '' जिला अटॉर्नी से मामले पर चर्चा करने के बाद, पुलिस को गलत अधिकारियों और अन्य लोगों जिसने धोखाधड़ी के जरिए जमीन बेची।के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कहा गया है!
कंपनी की भूमि जोतला, बुढलाडा तहसील के दातेवाड़ा, फुल्लूवाल डोड, द्यलपुरा, सिरसीवाला, कुलाना और कालीपुर गाँवों में और सरदूलगढ़ तहसील के झेरियांवाली और रायपुर गाँवों में फैली हुई है।
एक प्रवर्तन निदेशालय (sebi)के बयान के अनुसार,पजाब में PACL के पास 1,354 संपत्तियां हैं, जिसमें से अधिकतम 330 प्रापर्टी होशियारपुर में है।
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