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जय श्रीहरि:
लोग आज "योग "और "आध्यात्म"को एक चीज मान रहे है ,योग में अत्यन्त कोशिकाओं को जगाने का नियम है,और यह पंच मुद्राओं पर आश्र...
..सम्पूर्ण सृष्टि में धर्म एक ही है-अमृत तत्व की प्राप्ति,सदा रहनेवाली शाश्वत शान्ति ,अनन्त सुख और परमात्मा में श्रद्धा , जो शाश्वत है अपरि...
ईसा मसीह वर्णसंकर थे ,उनकी माँ का विवाह हुआ तो सात महीने का लड़का पेट में था ,लोगों ने मरियम को कुलाक्ष्ना कहकर उन्हें समाज एवं नगर से निकाल...
Spiritual

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यस्य सर्वे समारम्भा:कामसंकल्पवर्जित: ,ज्ञानाग्निदग्धकर्माणं तमाहु: पंडितम बुध: !! जिस भी ब्यक्ति का सम्पूर्णता के साथ किया गया कर्म इतना...
दान...

दान...

... " दानं परं किन् सुपात्र दत्तम् " दान वही श्रेष्ठ है जो सुपात्र को दिया जाता है कुपात्र को दान देने से दाता भी नष्ट हो जाता है...
...विचार यह करना है ,कि प्रतिकूलता का सदुपयोग कैसे किया जाय ? दुःख का कारण सुख की इच्छा ,आशा ही है ,प्रतिकूल परिस्थिति दुखदायी तभी होती है ...