This notion of an identity and continuity of the human personality is possible only when there exists a power in all the stages of life and...
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October 2019
The main reason for the decline of Sanatan Dharma and Hindu society -
The main reason for the decline of Sanatan Dharma and Hindu society - 1- Divide Sanatana Dharma into different types of doctrines and se...
सनातन धर्म और हिन्दू समाज के पतन का प्रमुख कारण -The main reason for the decline of Sanatan Dharma and Hindu society -
सनातन धर्म और हिन्दू समाज के पतन का प्रमुख कारण - 1- सनातन धर्म का नाना प्रकार के मत-मतान्तर और सम्प्रदायों में बंटकर...
bhakt dhruv ki ful storiy
Among the two wives of King Uttanapada was "Suruchi", the beloved wife of Uttanapada, who had a son named Uttama, and his second ...
जीवन जीने की कला
जीवन जीने की कला- भौतिक स्तरपर आप अपनी तुलना हमेशा ऐसे व्यक्ति से करे,जो आप से कम भाग्यशाली है,इससे आपको भौतिक संतोष प्राप्त होगा ! एक बा...
The art of living a stress free life
At the physical level, you should always compare yourself to a person who is less fortunate than you, this will give you material satisfact...
There is a real soul, Chaitanya always exists, at the end of the time period, only the body can dissolve for some time, the main question i...
मै कौन हूँ
वास्तविक आत्मा है,चैतन्य सदा विद्यमान रहता है,समय अवधि समाप्त होने पर केवल देह कुछ समय के लिए विलीन हो सकती है,मुख्य प्रश्न है,"मै कौन...
महाभारत-के सर्वश्रेष्ठ योद्धा भीष्म पितामह
भीष्म पितामह जी के त्याग का बहुत बड़ा प्रभाव था, वे कनक-कामिनी के त्यागी थे,(राजसुख-पत्नी सुख) के त्यागी थे, अर्थात्, उन्होंने राज्य को भी स...
mahabharat-Best warrior of mahabharat Bhishma Pitamah
Bhishma Pitamah ji had great influence of renunciation, he was a renunciate of Kanaka-Kamini (Rajsukh-wife Sukh), that is, he did not even ...
रामायण की एक बात जो आज भी सभी के मन में खटकती है ?जब हनुमान सहित अंगद आदि का भी जब धैर्य जबाब दे गया ?
जब यह बात प्रकृति सिद्ध है है कि गिद्ध मरे हुए जीवों को ही खाते है,जीवित प्रनियोके पास नहीं जाते ,तब काल भी परवाह न करने वाले जाम्बवंत ,हनु...
क्या हनुमान जी सचमुच में एक बानर (बन्दर )और जामवंत एक रीछ (भालू) थे ?
मन, बचन और कर्म से -इन तीनों से यदि मन का भाव ठीक है ,तो बचन और कर्म से चूक भी जायें तो अन्तर्यामी श्री रामचन्द्र जी उस जन के मन के ही दशा...
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